Tuesday, January 10, 2012

कईं थारो लीलो घोड़ो, थाकियो ओ वीरा

दर्शन प्यासी बाई सुगणा,
आ रो रो करे रे पुकार
आवो द्वारिकानाथ
थाने बुलावो आखरी वार

कईं थारो लीलो घोड़ो, थाकियो ओ वीरा
कईं होग्यो काना सुं बैर, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं होग्यो काना सुं बैर

अरे कईं थारो लीलो घोड़ो, थाकियो ओ वीरा
कईं होगया काना सुं बैर, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं होगया काना सुं बैर

अरे आणो होवे तो वेगा, आवजो ओ वीरा
बाई छोड्या अन्न-जळ-पान, ओ मेणांदे रा लाला
दिन उगे तज देला प्राण, ओ सुगणा रा वीरा
ओ जग झूठो ई संसार

अरे आणो होवे तो वेगा, आवजो ओ वीरा
बाई छोड्या अन्न-जळ-पान, ओ मेणांदे रा लाला
दिन उगे तज देला प्राण, ओ सुगणा रा वीरा
ओ जग झूठो संसार

अरे गाँव रुनिचे सुता, राम धणी ओ बाबा
पड़ी पड़ी काना में आवाज, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़ी पड़ी काना में आवाज

अरे गाँव रुनिचे सुता, राम धणी ओ बाबा
पड़ी पड़ी काना में आवाज, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़ी पड़ी काना में आवाज

अरे माता मेणांदे यूँ, पूछियो ओ वीरा
कुण थाने दिया ओ जगाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
सिद जावो लीले ने सजाय, ओ सुगणा रा वीरा
टीटी चडिया राजकुमार

अरे माता मेणांदे यूँ, पूछियो ओ वीरा
कुण थाने दिया ओ जगाय, ओ मेणांदे रा लाला
सिद जावो लीले ने सजाय, ओ सुगणा रा वीरा
टीटी चडिया राजकुमार

अरे रत्नो पडियो है पुंगळ, जैळ में ओ माता
करे करे सुगणा विलाप, ओ माताजी म्हारा
करे करे बेनड़ विलाप

अरे रत्नो पडियो है पुंगळ, जैळ में ओ माता
करे करे सुगणा विलाप, ओ माताजी म्हारा
करे करे सुगणा विलाप

अरे जाय पुंगळ बाई ने लावणी ओ माता
दिन उगे तज देला प्राण, ओ माताजी म्हारा
दिन उगे तज देला प्राण, ओ सुगणा रा वीरा
पुंगळ चडे मन म्हार

अरे जाय पुंगळ बाई ने लावणी ओ माता
दिन उगे तज देला प्राण, ओ माताजी म्हारा
दिन उगे तज देला प्राण, ओ सुगणा रा वीरा
पुंगळ चडे मन नहीं म्हार

अळबू ने पाबू चडिया, रामदेव ओ वीरा

बावन भेरू चौषठ जोगणी
और हनुमत करी ललकार
कमर कतारों, भलो हाथ में
बाबो आप लीले अस्वार
अरे बाबा आप होया अस्वार

अळबू ने पाबू चडिया, रामदेव ओ वीरा
पूगा पुंगळ बगीचे रे म्हायं, ओ अजमल जी रा कँवरा
पूगा पुंगळ बगीचे म्हायं

अळबू पाबू ने चडिया, रामदेव ओ वीरा
पूगा पुंगळ बगीचे रे म्हायं, ओ अजमलजी रा कँवरा
पूगा पुंगळ बगीचे म्हायं

अरे हरियो कर दीनो सूखे, बाग़ ने ओ बाबा
दीनो बाबे संख बजाय, ओ मेणांदे रा लाला
पत्ते पत्ते वाणी ओ सुणाय, ओ सुगणा रा वीरा
डाळे डाळे करी झणकार

अरे हरियो कर दीनो सूखे, बाग़ ने ओ बाबा
दीयो बाबो संख बजाय, ओ मेणांदे रा लाला
पत्ते पत्ते वाणी ओ सुणाय, ओ सुगणा रा वीरा
डाळी डाळी करी झणकार

अरे पुंगळ रे गढ़ सुं तोपां, छोड़ी पडिहार सारा
कियो बाबे चमत्कार, ओ अजमलजी रा कँवरा
कियो कियो बाबे चमत्कार

अरे पुंगळ रे गढ़ सुं तोपां, छोड़ी पडिहार सारा
कियो बाबे चमत्कार, ओ अजमलजी रा कँवरा
कियो कियो बाबो चमत्कार

अरे आग लगाई ओ किल्ला कोट में ओ बाबा
तोपों रा मुन्डा रे फेराय, ओ मेणांदे रा लाला
रत्ने री दिनी कैद छुड़ाय, ओ सुगणा रा वीरा
दर्शन दिया मालण ने आय

अरे आग लगाई ओ किल्ला कोट में ओ बाबा
तोपों रा मुन्डा रे घुमाय, ओ मेणांदे रा लाला
रत्ने री कैद छुड़ाय, ओ सुगणा रा वीरा
दर्शन दिया मालण ने आय

अरे आज तो वहु थाने, सासू कर जाणु म्हें तो
करजो वीरोसा ने जाय, ओ वहुवर म्हारी
बळतोड़ी आग बूजाय

आज तो वहु थाने, सासू कर जाणु म्हें तो
करजो थारा वीरोसा ने जाय, ओ भंवर म्हारी
बळतोड़ी आग बूजाय

विणती करी ओ सुगणा, अरज सुणी ओ वीरा
बाबो दीनी आग बुजाय, ओ अजमलजी रा कँवरा
भाणु, रत्ना ने बेन रे लाय, ओ सुगणा रा वीरा
जान चडाई रुनिचे जाय

विणती करी ओ सुगणा, अरज सुणी ओ वीरा
बाबो दीनी आग बुजाय, ओ अजमलजी रा कँवरा
भाणु, सुगणा रत्ना ने लाय, ओ सुगणा रा वीरा
जान चडाई रुनिचे जाय

लांछा सुगणा करे आरती ओ बाबा
माळी छंवर जश गाय, ओ अजमलजी रा कँवरा
माळी छंवर जश गाय

अरे लांछा सुगणा करे आरती ओ बाबा
माळी छंवर जश गाय, ओ अजमलजी रा कँवरा
माळी छंवर जश गाय

शरणे आयाने सोरा, राखजो ओ बाबा
रमता रुनिचे में आय, ओ मेणांदे रा लाला
रुनिचो ई सवायो धाम, ओ सुगणा रा वीरा
चुन्दडी ओढाई दोय चार

शरणे आयाने सोरा, राखजो ओ बाबा
रमता रुनिचे में आय, ओ मेणांदे रा लाला
रुनिचो सवायो धाम, ओ सुगणा रा वीरा
चुन्दडी ओढाई दोय ने चार

झुरे झरोखे सुगणा, सासरे ओ वीरा
नैणा माहीं बरसे बाई रे नीर, ओ सुगणा रा वीरा
कुण रे बंधावे बाई ने धीर

अरे खम्मा खम्मा ओ बाबा
राम रुनिचे रा राजा
आवो आवो सुगणा बाई री बेल, ओ अजमलजी रा कँवरा
आवो आवो सुगणा बाई री बेल

सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर

ओल्युं सुगणा बेन री
और कोयल ज्यूँ कुरलाय
सुनजो वीरा रामदेव
थारो रत्नो केद रे म्हायं

अरे सुगणा कळपे ए ए ए ए, सासरे ए ए रे
किण संग आवे पीईईईईर
हे ए ए हे ए ए हे हे हे ए ए ए
अरे सासू रे देवर म्हाने लड़े रे घणेरा
सासू देवर लड़े रे घणेरा
कुण बंधावे म्हाने धीर ओ वीरा म्हारा
कुण रे बंधावे म्हाने धीर ओ वीरोसा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर
अरे कद होशी समंदर शिर वीरोसा म्हारे
कद होशी समंदर शिर हो वीरा म्हारे
नैणा बरसे नीईईईईईर

अरे परणाय पराई करदी वीरो म्हाने
परणाय ने म्हाने करदी पराई
ओढायो चंगो चीईईईईइर
हे ए ए हे ए ए हे हे हे ए ए ए
किण ने केवुं रे वीरा, कुण सुणे रे म्हारी
किण ने केवुं ओ वीरा, कुण सुणे रे
नित उठे काळज रा तीर ओ वीरा म्हारे
नित उठे काळज रा तीर वीरोसा म्हारा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर
अरे कद होशी समंदर शिर वीरोसा म्हारे
कद होशी समंदर शिर हो वीरा म्हारा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर
 
अरे जीवत समाधीई ई ई ई ई , लीनी पिताजी रे
जीवत समाधि लीनी रे पिताजी
करी अजमल जी रे अधीईईईईईईर
हे ए ए हे ए ए हे हे हे ए ए ए
मायं होती तो आंसूडा पोछती
मायं होती तो आंसूडा पोछती
नहीं म्हारे जामणजायो वीर ओ वीरा म्हारा
नहीं म्हारे जामणजायो वीर वीरोसा म्हारा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर
अरे कद होशी समंदर शिर वीरोसा म्हारे
कद होशी समंदर शिर हो वीरा म्हारा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर
  
अरे रुपे दरजी रो वीरा घोड़ो रे उडायो
रुपे दरजी रो वीरा घोड़ो रे उडायो
वोई तरे समंदर शिईईईईईर
हे ए ए हे ए ए हे हे हे ए ए ए
मिसरी रो लूण बणायो वीरोसा थे तो
मिसरी रो लूण बणायो वीरोसा थे तो
घरे जिमाया पांचो पीर ओ वीरा म्हारा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर
अरे कद होशी समंदर शिर वीरोसा म्हारे
कद होशी समंदर शिर हो वीरा म्हारा
सुगणा रे नैणा बरसे नीईईईईईर

अरे माळी छंवर केवे, बेनड़ सुगणा री
माळी छंवर केवे, सुगणा बेन री
अरज सुणी, राम पीईईईईईर
हे ए ए हे ए ए हे हे हे ए ए ए
लाय रुनिचे सब दुःख मेट्या
लाय रुनिचे बाई रा सब दुःख मेट्या
ओढायो दिखणी रो चीर ओ वीरा म्हारा
ओढायो बहुरंग चीर वीरोसा म्हारा



झुरे रे झरोखे सुगणा, सासरे ओ वीरा

पहेला मनावूँ गणपति,
और रिद्धि सिद्धि के वर्ता
झुरावो सुगणा बेन रो
तो भई सुणो सभी नर-नार
के भई सुणो सभी नर-नार

झुरे रे झरोखे सुगणा, सासरे ओ वीरा
नैणा माहीं बरसे बाई रे नीर, ओ मेणांदे रा लाला
कुण रे बंधावे बाई ने धीर, ओ सुगणा रा वीरा
आवो थे लीले रा अस्वार

खम्मा खम्मा ओ बाबा, राम रुनिचे रा राजा
आवो आवो सुगणा बाई री बेल, ओ अजमल जी रा कँवरा
आवो आवो सुगणा बाई री बेल, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो लीले रा अस्वार

अरे उबी रे उडिके सुगणा, काग उडावे वीरा
जोवे जोवे थारोडी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे थारोडी बाट

उबी रे उडिके सुगणा, काग उडावे वीरा
जोवे जोवे थारोडी बाट, ओ बाई रा वीरा
जोवे जोवे थारोडी बाट

अरे भाई ने बतावे कोई, आवतो रे ज्याने
दे दू रे गळे रो नवसर हार, ओ मेणांदे रा लाला
रूठे तो रूठे भरथार, ओ सुगणा रा वीरा
रामा थे राजकुमार

भाई ने बतावे कोई, आवतो रे ज्याने
देवूं रे गळे रो नवसर हार, ओ मेणांदे रा लाला
रूठे तो रूठे भरथार, ओ सुगणा रा वीरा
रामा थे राजकुमार

आँखडली फरुखे म्हारी, सुगन होया ओ वीरा
मंडियो है आज थारो ब्याव, ओ अजमल जी रा कँवरा
मंडियो है आज भाई रो ब्याव

आँखडली फरुखे म्हारी, सुगन होया ओ वीरा
मंडियो है आज थारो ब्याव, ओ अजमल जी रा कँवरा
मंडियो है आज थारो ब्याव

अरे आयो है रबारी बाई ने, लेवन ने ओ वीरा
दियो वेरी जेल मायने घाल, ओ मेणांदे रा लाला
आती आती, पीवर ने मोमाळ, ओ सुगणा रा वीरा
बेगी थे सुणलो पुकार

आयो है रबारी बाई ने, लेवन ने ओ वीरा
दियो वेरी जेल मायने घाल, ओ मेणांदे रा लाला
आती आती, पीवर ने मोमाळ, ओ सुगणा रा वीरा
बेगी थे सुणलो पुकार

अरे आज भलो दिन उगियो ओ वीरा
आयो आयो रत्नो परभात, ओ अजमल जी रा कँवरा
आयो आयो रत्नो परभात

आज भलो ई दिन उगियो ओ वीरा
आयो आयो रत्नो परभात, ओ अजमल जी रा कँवरा
आयो आयो रत्नो परभात

मन री तो मन में म्हारे, रह गयी मिलन री वीरा
माथे फिरयो नहीं म्हारे हाथ, ओ मेणांदे रा लाला
उण संग करियो वेरी घात, ओ सुगणा रा वीरा
आयोड़ो नहीं आयो द्वार

मन री तो मन में म्हारे, रह गयी मिलन री ओ वीरा
माथे फेराती हाथ, ओ मेणांदे रा लाला
उण संग कियो ए घात, ओ सुगणा रा वीरा
आयोड़ो नहीं आयो द्वार

अरे नीत री ओळ्युड़ी आवे, पीर री ओ वीरा
हिवडे में वेह गी ओ कटार, ओ अजमल जी रा कँवरा
वेगी रे सुणो रे पुकार

नीत री ओळ्युड़ी आवे, पीहर री ओ वीरा
हिवडे में वेह गी ओ करोत, ओ अजमल जी रा कँवरा
हिवडे में वेह गी ओ करोत

अरे बारे रे बरसाउ आयो, रत्नो देवासी वीरा
लेती लेती मोतीडा बधाय, ओ मेणांदे रा लाला
जळसुं मैं तिलक लगाय, ओ सुगणा रा वीरा
सुणो सुणो वेगी थे पुकार

बारे रे बरसाउ आयो, रत्नो देवासी ओ वीरा
लेती लेती मोतीडा बधाय, ओ मेणांदे रा लाला
जळ रो मैं तिलक लगाय, ओ सुगणा रा वीरा
सुणो सुणो वेगी थे पुकार






ओ वीरा रामदेव रे, वीरा म्हाने, एक वार लेवण आव

के तो आजा वीरा रामदेव,
नहींतो लिख भेज सन्देश
आँख्यां मुं आंसू पड़े
ज्यूँ सावण बरसे मेघ

ओ वीरा रामदेव रे, वीरा म्हाने, एक वार लेवण आव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव

अरे अळगी घणी परणाई रे वीरा, अरे लीनी ना सार संभाळ
ओ अळगी घणी परणाई रे वीरा, लीनी ना सार संभाळ
अरे जीव अमुझे उंडी, ओरी आवे वीरा
अरे जीव अमुझे उंडी, ओरी आवे वीरा अठे, पड़े रे काळ पर काळ
वीरा म्हारा, रामदेव रे, वीरा म्हाने एक वार लेवण आव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव


सासू जितरे सासरो रे म्हारी, मावड जितरे पीयर
ओ सासू जितरे सासरो रे म्हारी, मावड जितरे पीयर
जद भोजाई घरे आवशी रे वीरा
जद भाभीसा घरे आवशी रे थारो, बस कोनी चाले म्हारा वीर
वीरा म्हारा, रामदेव रे, वीरा म्हाने एक वार लेवण आव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव
 
बेटी ने दानु झुरे रे म्हारा, बुढा मायड़ बाप 
अरे बेटी ने दानु झुरे रे म्हारा, बुढा मायड़ बाप 
अरे अळगो लगन लिख्यो रे जोशीडा
अळगो लगन लिख्यो रे जोशी थाने, क्यूँ नहीं खायो कालो नाग
वीरा म्हारा, रामदेव रे, वीरा म्हाने एक वार लेवण आव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव

एक वार तो दिखाई रे वीरा, अरे पिवरिये रा रुख
ओ एक वार तो दिखाई रे वीरा, अरे म्हाने पिवरिये रा रुख
अरे कईं जाणु कद होवशी रे वीरा
कईं जाणु कद होवशी रे म्हारी, गाँव रुनिचा म्हायं ढुक
वीरा म्हारा, रामदेव रे, वीरा म्हाने एक वार लेवण आव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव

वीरे हुक्म दिनो रे रत्ना, अरे बाई सुगणा ने ल्याव
ओ वीरे हुक्म दिनो रे रत्ने ने, बाई सुगणा ने ल्याव
अरे सुगणा बाई री ओळ्यु ओढ़ ने,
सुगणा बाई री ओळ्यु ओढ़ ने, कथ गावे पन्नालाल
वीरा म्हारा, रामदेव रे, वीरा म्हाने एक वार लेवण आव
अळगो घणो सासरो रे, वीरा म्हाने, माता मिलवा रो चाव
माता मिलवा रो चाव, माता मिलवा रो चाव

Thursday, January 5, 2012

कीकर आवुं ओ पीवर, बारणे ओ वीरा | झुरे रे झरोखे सुगणा, सासरे ओ वीरा ||

बाई सुगणा करुणा करे, और रत्नो करे रे पुकार
लीले चढ़ने आवो रामदेव, अजमल घर अवतार
बाबा अजमल घर अवतार

कीकर आवुं ओ पीवर, बारणे ओ वीरा
परवश सुगणा थारी बेन, ओ अजमलजी रा कंवराँ
परवश सुगणा थारी बेन

कीकर आवुं ओ पीवर, बारणे ओ वीरा
परवश थोरोड़ी बेन, ओ अजमलजी रा कंवराँ
परवश सुगणा थारी बेन

अरे किणने केवुं ने कुण, साम्भळे ओ वीरा
नीत उठे काळजिये रा तीर, ओ मेंणादे रा लाला
ले जावो कदे बाई ने पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थारो इ बाई ने आधार

किणने केवुं ने कुण म्हारी, साम्भळे ओ वीरा
नीत उठे काळजिये रा तीर, ओ मेंणादे रा लाला
ले जावोला कदे बाई ने पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थारो इ बाई ने आधार

अरे सुगणा रो सावो जोशी, काडीयो ओ वीरा
कईं काडू उणरो कसूर, ओ अजमलजी रा कंवराँ
कईं काडू उणरो कसूर

अरे सुगणा रो सावो जोशी, काडीयो ओ वीरा
कईं काडू उणरो कसूर, ओ अजमलजी रा कंवराँ
कईं काडू उणरो कसूर

अरे बाईने परणाय थे तो, कर दी परायी ओ वीरा
ओढायो थे दीघणी रो चीर रे, ओ मेंणादे रा लाला
आय बंधवो बाई ने धीर, ओ सुगणा रा वीरा
करमां रो इ कीरतार

बाईने परणाय थे तो, कर दी परायी ओ वीरा
ओढायो थे दीघणी रो चीर रे, ओ मेंणादे रा लाला
आय बंधवो बाई ने धीर, ओ सुगणा रा वीरा
करमां रा इ कीरतार

अरे जीवड़ो अमुझे उंडी, धोरिया में वीरा
अणसो करूँ मन रे म्हायं,
ओ मेंणादे रा लाला
अणसो करूँ मैं मन रे म्हायं

जीव अमुझे महेलां, म्हायं में ओ वीरा
अणसो करूँ मन रे म्हायं,
ओ अजमलजी रा कंवराँ
अणसो करूँ मैं मन रे म्हायं

अरे आँसूडा ढळकाऊं ओ मुंघा, मोतियाँ ओ वीरा
छुप छुप घूंघटीये रे म्हायं, ओ मेंणादे रा लाला
रोए रोए अंखियाँ लाल,
ओ सुगणा रा वीरा
डूब रही रे मझधार

आँसूडा ढळकाऊं ओ मुंघा, मोतियाँ ओ वीरा
छुप छुप घूंघटीये रे म्हायं, ओ मेंणादे रा लाला
अंखियाँ दी
रोए गमाय, ओ सुगणा रा वीरा
डूब रही रे मझधार

अरे बाई रे सुगणा थारी, लाडली ओ वीरा
भूल गया रे विसराय,
ओ अजमलजी रा कंवराँ
भूल्या थें क्यूँ विसराय

बाई रे सुगणा ओ थारी, बेनडी ओ वीरा
भूल्या थें कैयाँ विसराय, ओ अजमलजी रा कंवराँ
भूल्या थें कैयाँ विसराय

अरे माता रे
मेंणादे भूली, मावडी ओ म्हाने
केश उळज्या सुळजाय,
ओ मेंणादे रा लाला
केश उळज्या सुळजाय, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो घोड़लीये  असवार

अरे माता रे मेंणादे भूली, मावडी ओ वीरा
केश उळज्या सुळजाय,
ओ मेंणादे रा लाला
अजमलजी दी चिटकाय, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो घोड़लीये  असवार

अरे सगी तो नहीं ओ सुगणा, बेनडी ओ वीरा
कुण बाई ने रुनिचे ले जाय, ओ अजमलजी रा कंवराँ
कुण बाई ने रुनिचे ले जाय

अरे सगी तो नहीं ओ सुगणा, बेनडी ओ वीरा
कुण रे बाई ने लेवण आय, ओ अजमलजी रा कंवराँ
कुण रे बाई ने लेवण आय

अरे भाई ने बंधू सब, भूल गया ओ वीरा
बाई ने पराई थें तो जाण, ओ मेंणादे रा लाला
बण बैठा थें तो अनजाण,
सुगणा रा वीरा
सुणो सुणो बेगी थे पुकार

भाई ने बंधू भूल्या, भूल गया ओ वीरा
बाई ने ई थें तो जाण, ओ मेंणादे रा लाला
बण बैठा थें इ अजाण,
ओ सुगणा रा वीरा
वेगी वेगी सुणोनी पुकार

अरे झुरे रे झरोखे सुगणा, सासरे ओ वीरा
नेणा माईं बरसे बाई रे नीर,
ओ मेंणादे रा लाला
कुण रे बंधावे बाई ने धीर, ओ सुगणा रा वीरा ओ
आवो आवो लीलेरा असवार

खम्मा खम्मा ओ बाबा, राम रुनिचे रा राजा
आवो आवो सुगणा बाई री बेल,
ओ अजमलजी रा कंवराँ
आवो आवो सुगणा बाई री बेल

Wednesday, January 4, 2012

जोवे जोवे सुगणा थारी बाट

सावण महीनो सुहावणो, तीज तणो त्यौहार
बेन बधावे वीर ने, सज सोळा सीणगार

राखडी पूनम आवे, सावण में ओ वीरा
जोवे जोवे सुगणा थारी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे सुगना थारी बाट

राखडी पूनम आवे, सावण में ओ वीरा
जोवे जोवे सुगणा थारी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे बाई थारी बाट

अरे थाळ सजाऊं ओ मोळी, मोतियाँ ओ वीरा
कुण रे ओढ़ावे बाई ने, चीर ओ मेंणादे रा लाला
कोनी म्हारे धरमिये रो, वीर ओ सुगना रा वीरा ओ
उबी में डगर बुहार

अरे थाळ सजाऊं ओ मोळी, मोतियाँ ओ वीरा
कुण रे ओढ़ावे बाई ने, चीर ओ मेंणादे रा लाला
कोनी म्हारे धरमिये रो, वीर ओ सुगणा रा वीरा ओ
उबी में तो डगर बुहार

अळगी परणाई ओ धोरा धोरिया ओ वीरा
पड़े जठे काळ पर काळ, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़े जठे काळ पर काळ

आगी परणाई ओ धोरा धोरिया ओ वीरा
पड़े जठे काळ पर काळ, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़े जठे काळ पर काळ

अरे आंसूडा ढळकावे थारी, बेनडी ओ वीरा
झीणे झीणे घूंघट मायं, ओ मेंणादे रा लाला
जीव अबूझे मेहलाँ मायं, ओ सुगणा रा वीरा ओ
रोए रोए गई म्हें तो हार

आंसू ढळकावे थारी, बेनडी ओ वीरा
झीणे झीणे घूंघटीए रे मायं, ओ मेंणादे रा लाला
जीव अबूझे मेहलाँ मायं, ओ सुगणा रा वीरा
रोए रोए गई म्हें तो हार

कईं रे केवुं ओ थारी, कीर्ति ओ वीरा
थे हो भगतां रा इ दास, ओ अजमल जी रा कँवरा
थे तो भगतां रा दास

कईं रे केवुं ओ थारी, कीर्ति ओ वीरा
थे हो भगतां रा इ दास, ओ अजमल जी रा कँवरा
थे हो भगतां रा इ दास

अरे रत्नो रबारी थोंरो, भोळो भगत वीरा
उण संग होवे है अन्याय, ओ मेंणादे रा लाला
विरद कँवरा रो इ जाय, ओ सुगणा रा वीरा ओ
थे हो भगतां रा आधार

रत्नो रबारी थारो, भोळो भगत वीरा
उण संग होवे अन्याय, ओ मेंणादे रा लाला
विरद कँवरा रो इ जाय, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो भगतां रा आधार

सासू नणंद बोले, बोलणा ओ वीरा
बोले बोले कडवा म्हाने बोल, ओ अजमल जी रा कँवरा
बोले बोले कडवा इ बोल

सासू नणंद बोले, बोलणा ओ वीरा
बोले बोले कडवा इ ओ बोल, ओ अजमल जी रा कँवरा
बोले बोले कडवा म्हाने बोल

अरे उंच नींच रे भेळी, संगत करो ओ वीरा
मेघवंशी डाळी रे साथ, ओ मेंणादे रा लाला
लजाई कँवरा री जात, ओ सुगणा रा वीरा ओ
बोले बोले कडवा पडिहार

उंच नींच रे भेळी, संगत करो ओ वीरा
मेघवंशी डाळी रे साथ, ओ मेंणादे रा लाला
लजाई थे कँवरो री जात, ओ सुगणा रा वीरा ओ
बोले बोले कडवा पडिहार

घोड़ो कपडे रो धजा, लियां फिरो ओ वीरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल, ओ अजमल जी रा कँवरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल

घोड़ो कपडे रो धजा, लियां फिरो ओ वीरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल, ओ अजमल जी रा कँवरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल

अरे गावे बजावे वे तो, जम्मो जगावे वीरा
बण बेठो देव ने पीर, ओ मेंणादे रा लाला
हाम्बडियो सुगणा बाई रो वीर, ओ सुगणा रा वीरा ओ
आय बतावो चमत्कार

अरे गावे बजावे वो तो, जम्मा जगावे वीरो
बण बेठो पीरों रो पीर, ओ मेंणादे रा लाला
कामडियो सुगणा बाई रो वीर, ओ सुगणा रा वीरा
आय बतावो चमत्कार

कड़वा ने खारा बोले, म्हाने पडिहार वीरा
हँसे हँसे थाने पडिहार, ओ अजमल जी रा कँवरा
हँसे हँसे थाने पडिहार

कड़वा ने खारा बोले, थाने ओ वीरा म्हारा
हँसे हँसे थाने पडिहार, ओ अजमल जी रा कँवरा
हँसे हँसे थाने पडिहार

राम कृष्ण थे इ, बणिया ओ वीरा रामदेव
कियो कियो भेरू रो उद्धार, ओ मेंणादे रा लाला
बेगी सुनो बाई री पुकार, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो निकलंक नेज आधार

राम कृष्ण थे इ, बणिया रामदेव वीरा
कियो कियो भेरू रो उद्धार, ओ मेंणादे रा लाला
सुनो थे बाई री पुकार, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो निकलंक नेज आधार

राम केवुं के थाने, रामदेव ओ वीरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ

राम केवुं के थाने, रामदेव ओ वीरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ

अरे लांछा बाई रा केवुं, लाडला ओ वीरा
केवुं थाने सुगणा बाई रा वीर, ओ मेंणादे रा लाला
केवुं केवुं पीरों रा पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थे ही हो कृष्ण मुरार

अरे लांछा बाई रा केवुं, लाडला ओ वीरा
केवुं थाने सुगणा बाई रा वीर, ओ मेंणादे रा लाला
केवुं थोने पीरों रा पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थे ही हो कृष्ण मुरार

अरे जनमती ने ज्हेर माता, दीयों नहीं ओ वीरा
एडा दिन देखती म्हें नाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
एडा दिन देखती म्हें नाय

अरे जनमती ने ज्हेर माता, दीयों नहीं ओ वीरा
एडा दिन देखती म्हें नाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
एडा दिन देखती म्हें नाय


अरे म्हारे तो मन रा घाव, म्हें ही जाणु ओ वीरा
तुं कईं जाणे परायी पीड़, ओ अजमल जी रा लाला
तुं कईं जाणे परायी पीड़, ओ सुगणा रा वीरा
बण बेठो मनडो दरबार

अरे म्हारा तो मन रा घाव, म्हें ही जाणु ओ वीरा
तुं कईं जाणे म्हारी पीड़, ओ मेंणादे रा लाला
बाई सुगणा में पड़ी पीड़, ओ सुगणा रा वीरा
बण बेठो मनडो इ दरबार


अरे जुग बित्याँ ओ बाटाँ, जोवता ओ वीरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण

अरे जुग बित्याँ ओ बाटाँ, जोवता ओ वीरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण

अरे कईं रे थारी डाळी, रूसगी ओ वीरा
कईं लागी जमे म्हायं देर, ओ मेंणादे रा लाला
कईं थाने भगतां लीना घेर, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो कलजुग रा अवतार

अरे कईं थारी डाळी बाई, रूस गया ओ वीरा
कईं लागी जमे म्हायं देर, ओ मेंणादे रा लाला
कईं थाने भगतां लिया घेर, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो कलजुग रा अवतार