Saturday, May 28, 2011

मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई रे


मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
जाके सिर मोर मुकुट 
जाके सिर मोर मुकुट
मेरो पति सोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल

तात मात भ्रात बंधू
आपणों न कोई रे
तात मात भ्रात बंधू
आपणों न कोई रे
छाडी दई कूल की रीत
छाडी दई कूल की रीत
कहाँ करी है कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल

भाई छोड़, बंधू छोड्या
छोड्या सगाँ सोई रे
भाई छोड़, बंधू छोड्या
छोड्या सगाँ सोई रे
संतन के ढिग बैठ बैठ
संतन के ढिग बैठ बैठ
लोक लाज खोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
 
चुनरियाँ के तुकती ए, ओढ़ लई लोई रे  
चुनरियाँ के तुकती ए, ओढ़ लई लोई रे  
मुन्गियाँ मोती उतार दिना 
मुन्गियाँ मोती उतार दिना
बन माळ पोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल

अंसुअन जल सींच सींच, प्रेम बेल बोई रे
अंसुअन जल सींच सींच, प्रेम बेल बोई रे
अब तो बेल फेल गयी 
अब तो बेल फेल गयी 
आनंद फल होई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल

दधी की मखनियां मैं, प्रेम से बिलोई रे
दधी की मखनियां मैं, प्रेम से बिलोई रे
दधी माथि घीत काढी लीनो
दधी माथि घीत काढी लीनो 
डार दही छोई रे 
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल

भगत देख राजी भाई, जगत देख रोई रे 
भगत देख राजी भाई, जगत देख रोई रे 
दासी मीरा लाल गिरधर
दासी मीरा लाल गिरधर
सारो अब मोहि रे

मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
दूसरो न कोई रे
जाके सिर मोर मुकुट 
जाके सिर मोर मुकुट
मेरो पति सोई रे
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल
मेरे तो गिरधर गोपाल

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