Monday, August 1, 2011

निर्धन रो धन गिरधारी

ओ ओ निर्धन रो धन गिरधारी इ इ 
निर्धन रो धन साँचो रे सांवरो
निर्धन रो धन गिरधारी इ इ 
निर्धन रो धन, साँचो रे सांवरो ओ ओ ओ हो ओ ओ 
निर्धन रो धन गिरधारी इ इ 
निर्धन रो धन गिरधारी
निर्धन रो धन साँचो रे सांवरो
निर्धन रो धन गिरधारी इ इ इ इ इ 
निर्धन रो धन, साँचो रे सांवरो ओ ओ ओ 

कुंडल ले घर आये सुदामा आ आ आ 
पूछत है उनकी नारी इ इ 
कुंडल ले, घर आये सुदामा
पूछत है उनकी नारी
श्याम सरीखा मित्र आपके
श्याम सरीखा मित्र आपके
अजहूँ ना गई विपदा थारी 
निर्धन रो धन साँचो रे सांवरो
निर्धन रो धन गिरधारी इ इ 
निर्धन रो धन, साँचो रे सांवरो ओ ओ ओ हो ओ ओ

त्रिया जात, जगत में ओछी इ इ  
क्या तेरी गयी मत मारी इ इ 
त्रिया जात, जगत में ओछी  
क्या तेरी गयी मत मारी
कर्मां में दारिद्दर लिखिया 
काईं करे म्हारो गिरधारी इ इ इ
निर्धन रो धन साँचो रे सांवरो
निर्धन रो धन गिरधारी इ इ 
निर्धन रो धन, साँचो रे सांवरो ओ ओ ओ हो ओ ओ

दो दो पेड़ कदम्ब के तारे ए ए ए 
दो दो पेड़ कदम्ब के तारे 
तार दिनी गौतम नारी
दो दो पेड़ कदम्ब के तारे 
तार दिनी गौतम नारी इ इ 
विश्वामित्र के यज्ञ कराए
विश्वामित्र के यज्ञ कराए
आप बन्याँ है अतिकारी इ इ इ 
निर्धन रो धन, साँचो रे सांवरो ओ ओ ओ हो ओ ओ

चार पदार्थ रच्या रे भवन में
सबको पूरण गिरधारी
चार पदार्थ रच्या रे भवन में
सबको पूरण गिरधारी इ इ 
सूर्य कहे प्रभु, तुमरे भजन में
कंचन महेल हुआ भारी इ
सूर्य कहे प्रभु, तुमरे भजन में
कंचन महेल हुआ भारी इ इ इ 
निर्धन रो धन साँचो रे सांवरो
निर्धन रो धन गिरधारी इ इ 
निर्धन रो धन, साँचो रे सांवरो ओ ओ ओ हो ओ ओ

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