सावण महीनो सुहावणो, तीज तणो त्यौहार
बेन बधावे वीर ने, सज सोळा सीणगार
राखडी पूनम आवे, सावण में ओ वीरा
जोवे जोवे सुगणा थारी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे सुगना थारी बाट
राखडी पूनम आवे, सावण में ओ वीरा
जोवे जोवे सुगणा थारी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे बाई थारी बाट
अरे थाळ सजाऊं ओ मोळी, मोतियाँ ओ वीरा
कुण रे ओढ़ावे बाई ने, चीर ओ मेंणादे रा लाला
कोनी म्हारे धरमिये रो, वीर ओ सुगना रा वीरा ओ
उबी में डगर बुहार
अरे थाळ सजाऊं ओ मोळी, मोतियाँ ओ वीरा
कुण रे ओढ़ावे बाई ने, चीर ओ मेंणादे रा लाला
कोनी म्हारे धरमिये रो, वीर ओ सुगणा रा वीरा ओ
उबी में तो डगर बुहार
अळगी परणाई ओ धोरा धोरिया ओ वीरा
पड़े जठे काळ पर काळ, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़े जठे काळ पर काळ
आगी परणाई ओ धोरा धोरिया ओ वीरा
पड़े जठे काळ पर काळ, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़े जठे काळ पर काळ
अरे आंसूडा ढळकावे थारी, बेनडी ओ वीरा
झीणे झीणे घूंघट मायं, ओ मेंणादे रा लाला
जीव अबूझे मेहलाँ मायं, ओ सुगणा रा वीरा ओ
रोए रोए गई म्हें तो हार
आंसू ढळकावे थारी, बेनडी ओ वीरा
झीणे झीणे घूंघटीए रे मायं, ओ मेंणादे रा लाला
जीव अबूझे मेहलाँ मायं, ओ सुगणा रा वीरा
रोए रोए गई म्हें तो हार
कईं रे केवुं ओ थारी, कीर्ति ओ वीरा
थे हो भगतां रा इ दास, ओ अजमल जी रा कँवरा
थे तो भगतां रा दास
कईं रे केवुं ओ थारी, कीर्ति ओ वीरा
थे हो भगतां रा इ दास, ओ अजमल जी रा कँवरा
थे हो भगतां रा इ दास
अरे रत्नो रबारी थोंरो, भोळो भगत वीरा
उण संग होवे है अन्याय, ओ मेंणादे रा लाला
विरद कँवरा रो इ जाय, ओ सुगणा रा वीरा ओ
थे हो भगतां रा आधार
रत्नो रबारी थारो, भोळो भगत वीरा
उण संग होवे अन्याय, ओ मेंणादे रा लाला
विरद कँवरा रो इ जाय, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो भगतां रा आधार
सासू नणंद बोले, बोलणा ओ वीरा
बोले बोले कडवा म्हाने बोल, ओ अजमल जी रा कँवरा
बोले बोले कडवा इ बोल
सासू नणंद बोले, बोलणा ओ वीरा
बोले बोले कडवा इ ओ बोल, ओ अजमल जी रा कँवरा
बोले बोले कडवा म्हाने बोल
अरे उंच नींच रे भेळी, संगत करो ओ वीरा
मेघवंशी डाळी रे साथ, ओ मेंणादे रा लाला
लजाई कँवरा री जात, ओ सुगणा रा वीरा ओ
बोले बोले कडवा पडिहार
उंच नींच रे भेळी, संगत करो ओ वीरा
मेघवंशी डाळी रे साथ, ओ मेंणादे रा लाला
लजाई थे कँवरो री जात, ओ सुगणा रा वीरा ओ
बोले बोले कडवा पडिहार
घोड़ो कपडे रो धजा, लियां फिरो ओ वीरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल, ओ अजमल जी रा कँवरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल
घोड़ो कपडे रो धजा, लियां फिरो ओ वीरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल, ओ अजमल जी रा कँवरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल
अरे गावे बजावे वे तो, जम्मो जगावे वीरा
बण बेठो देव ने पीर, ओ मेंणादे रा लाला
हाम्बडियो सुगणा बाई रो वीर, ओ सुगणा रा वीरा ओ
आय बतावो चमत्कार
अरे गावे बजावे वो तो, जम्मा जगावे वीरो
बण बेठो पीरों रो पीर, ओ मेंणादे रा लाला
कामडियो सुगणा बाई रो वीर, ओ सुगणा रा वीरा
आय बतावो चमत्कार
कड़वा ने खारा बोले, म्हाने पडिहार वीरा
हँसे हँसे थाने पडिहार, ओ अजमल जी रा कँवरा
हँसे हँसे थाने पडिहार
कड़वा ने खारा बोले, थाने ओ वीरा म्हारा
हँसे हँसे थाने पडिहार, ओ अजमल जी रा कँवरा
हँसे हँसे थाने पडिहार
राम कृष्ण थे इ, बणिया ओ वीरा रामदेव
कियो कियो भेरू रो उद्धार, ओ मेंणादे रा लाला
बेगी सुनो बाई री पुकार, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो निकलंक नेज आधार
राम कृष्ण थे इ, बणिया रामदेव वीरा
कियो कियो भेरू रो उद्धार, ओ मेंणादे रा लाला
सुनो थे बाई री पुकार, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो निकलंक नेज आधार
राम केवुं के थाने, रामदेव ओ वीरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ
राम केवुं के थाने, रामदेव ओ वीरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ
अरे लांछा बाई रा केवुं, लाडला ओ वीरा
केवुं थाने सुगणा बाई रा वीर, ओ मेंणादे रा लाला
केवुं केवुं पीरों रा पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थे ही हो कृष्ण मुरार
अरे लांछा बाई रा केवुं, लाडला ओ वीरा
केवुं थाने सुगणा बाई रा वीर, ओ मेंणादे रा लाला
केवुं थोने पीरों रा पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थे ही हो कृष्ण मुरार
अरे जनमती ने ज्हेर माता, दीयों नहीं ओ वीरा
एडा दिन देखती म्हें नाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
एडा दिन देखती म्हें नाय
अरे जनमती ने ज्हेर माता, दीयों नहीं ओ वीरा
एडा दिन देखती म्हें नाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
एडा दिन देखती म्हें नाय
अरे म्हारे तो मन रा घाव, म्हें ही जाणु ओ वीरा
तुं कईं जाणे परायी पीड़, ओ अजमल जी रा लाला
तुं कईं जाणे परायी पीड़, ओ सुगणा रा वीरा
बण बेठो मनडो दरबार
अरे म्हारा तो मन रा घाव, म्हें ही जाणु ओ वीरा
तुं कईं जाणे म्हारी पीड़, ओ मेंणादे रा लाला
बाई सुगणा में पड़ी पीड़, ओ सुगणा रा वीरा
बण बेठो मनडो इ दरबार
अरे जुग बित्याँ ओ बाटाँ, जोवता ओ वीरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण
अरे जुग बित्याँ ओ बाटाँ, जोवता ओ वीरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण
अरे कईं रे थारी डाळी, रूसगी ओ वीरा
कईं लागी जमे म्हायं देर, ओ मेंणादे रा लाला
कईं थाने भगतां लीना घेर, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो कलजुग रा अवतार
अरे कईं थारी डाळी बाई, रूस गया ओ वीरा
कईं लागी जमे म्हायं देर, ओ मेंणादे रा लाला
कईं थाने भगतां लिया घेर, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो कलजुग रा अवतार
बेन बधावे वीर ने, सज सोळा सीणगार
राखडी पूनम आवे, सावण में ओ वीरा
जोवे जोवे सुगणा थारी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे सुगना थारी बाट
राखडी पूनम आवे, सावण में ओ वीरा
जोवे जोवे सुगणा थारी बाट, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोवे जोवे बाई थारी बाट
अरे थाळ सजाऊं ओ मोळी, मोतियाँ ओ वीरा
कुण रे ओढ़ावे बाई ने, चीर ओ मेंणादे रा लाला
कोनी म्हारे धरमिये रो, वीर ओ सुगना रा वीरा ओ
उबी में डगर बुहार
अरे थाळ सजाऊं ओ मोळी, मोतियाँ ओ वीरा
कुण रे ओढ़ावे बाई ने, चीर ओ मेंणादे रा लाला
कोनी म्हारे धरमिये रो, वीर ओ सुगणा रा वीरा ओ
उबी में तो डगर बुहार
अळगी परणाई ओ धोरा धोरिया ओ वीरा
पड़े जठे काळ पर काळ, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़े जठे काळ पर काळ
आगी परणाई ओ धोरा धोरिया ओ वीरा
पड़े जठे काळ पर काळ, ओ अजमल जी रा कँवरा
पड़े जठे काळ पर काळ
अरे आंसूडा ढळकावे थारी, बेनडी ओ वीरा
झीणे झीणे घूंघट मायं, ओ मेंणादे रा लाला
जीव अबूझे मेहलाँ मायं, ओ सुगणा रा वीरा ओ
रोए रोए गई म्हें तो हार
आंसू ढळकावे थारी, बेनडी ओ वीरा
झीणे झीणे घूंघटीए रे मायं, ओ मेंणादे रा लाला
जीव अबूझे मेहलाँ मायं, ओ सुगणा रा वीरा
रोए रोए गई म्हें तो हार
कईं रे केवुं ओ थारी, कीर्ति ओ वीरा
थे हो भगतां रा इ दास, ओ अजमल जी रा कँवरा
थे तो भगतां रा दास
कईं रे केवुं ओ थारी, कीर्ति ओ वीरा
थे हो भगतां रा इ दास, ओ अजमल जी रा कँवरा
थे हो भगतां रा इ दास
अरे रत्नो रबारी थोंरो, भोळो भगत वीरा
उण संग होवे है अन्याय, ओ मेंणादे रा लाला
विरद कँवरा रो इ जाय, ओ सुगणा रा वीरा ओ
थे हो भगतां रा आधार
रत्नो रबारी थारो, भोळो भगत वीरा
उण संग होवे अन्याय, ओ मेंणादे रा लाला
विरद कँवरा रो इ जाय, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो भगतां रा आधार
सासू नणंद बोले, बोलणा ओ वीरा
बोले बोले कडवा म्हाने बोल, ओ अजमल जी रा कँवरा
बोले बोले कडवा इ बोल
सासू नणंद बोले, बोलणा ओ वीरा
बोले बोले कडवा इ ओ बोल, ओ अजमल जी रा कँवरा
बोले बोले कडवा म्हाने बोल
अरे उंच नींच रे भेळी, संगत करो ओ वीरा
मेघवंशी डाळी रे साथ, ओ मेंणादे रा लाला
लजाई कँवरा री जात, ओ सुगणा रा वीरा ओ
बोले बोले कडवा पडिहार
उंच नींच रे भेळी, संगत करो ओ वीरा
मेघवंशी डाळी रे साथ, ओ मेंणादे रा लाला
लजाई थे कँवरो री जात, ओ सुगणा रा वीरा ओ
बोले बोले कडवा पडिहार
घोड़ो कपडे रो धजा, लियां फिरो ओ वीरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल, ओ अजमल जी रा कँवरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल
घोड़ो कपडे रो धजा, लियां फिरो ओ वीरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल, ओ अजमल जी रा कँवरा
तन्दुरो बजावो ने खरताल
अरे गावे बजावे वे तो, जम्मो जगावे वीरा
बण बेठो देव ने पीर, ओ मेंणादे रा लाला
हाम्बडियो सुगणा बाई रो वीर, ओ सुगणा रा वीरा ओ
आय बतावो चमत्कार
अरे गावे बजावे वो तो, जम्मा जगावे वीरो
बण बेठो पीरों रो पीर, ओ मेंणादे रा लाला
कामडियो सुगणा बाई रो वीर, ओ सुगणा रा वीरा
आय बतावो चमत्कार
कड़वा ने खारा बोले, म्हाने पडिहार वीरा
हँसे हँसे थाने पडिहार, ओ अजमल जी रा कँवरा
हँसे हँसे थाने पडिहार
कड़वा ने खारा बोले, थाने ओ वीरा म्हारा
हँसे हँसे थाने पडिहार, ओ अजमल जी रा कँवरा
हँसे हँसे थाने पडिहार
राम कृष्ण थे इ, बणिया ओ वीरा रामदेव
कियो कियो भेरू रो उद्धार, ओ मेंणादे रा लाला
बेगी सुनो बाई री पुकार, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो निकलंक नेज आधार
राम कृष्ण थे इ, बणिया रामदेव वीरा
कियो कियो भेरू रो उद्धार, ओ मेंणादे रा लाला
सुनो थे बाई री पुकार, ओ सुगणा रा वीरा
आवो आवो निकलंक नेज आधार
राम केवुं के थाने, रामदेव ओ वीरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ
राम केवुं के थाने, रामदेव ओ वीरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ, ओ अजमल जी रा कँवरा
कईं केवुं द्वारिका रा नाथ
अरे लांछा बाई रा केवुं, लाडला ओ वीरा
केवुं थाने सुगणा बाई रा वीर, ओ मेंणादे रा लाला
केवुं केवुं पीरों रा पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थे ही हो कृष्ण मुरार
अरे लांछा बाई रा केवुं, लाडला ओ वीरा
केवुं थाने सुगणा बाई रा वीर, ओ मेंणादे रा लाला
केवुं थोने पीरों रा पीर, ओ सुगणा रा वीरा
थे ही हो कृष्ण मुरार
अरे जनमती ने ज्हेर माता, दीयों नहीं ओ वीरा
एडा दिन देखती म्हें नाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
एडा दिन देखती म्हें नाय
अरे जनमती ने ज्हेर माता, दीयों नहीं ओ वीरा
एडा दिन देखती म्हें नाय, ओ अजमल जी रा कँवरा
एडा दिन देखती म्हें नाय
अरे म्हारे तो मन रा घाव, म्हें ही जाणु ओ वीरा
तुं कईं जाणे परायी पीड़, ओ अजमल जी रा लाला
तुं कईं जाणे परायी पीड़, ओ सुगणा रा वीरा
बण बेठो मनडो दरबार
अरे म्हारा तो मन रा घाव, म्हें ही जाणु ओ वीरा
तुं कईं जाणे म्हारी पीड़, ओ मेंणादे रा लाला
बाई सुगणा में पड़ी पीड़, ओ सुगणा रा वीरा
बण बेठो मनडो इ दरबार
अरे जुग बित्याँ ओ बाटाँ, जोवता ओ वीरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण
अरे जुग बित्याँ ओ बाटाँ, जोवता ओ वीरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण, ओ अजमल जी रा कँवरा
जोय जोय थाका म्हारा नेंण
अरे कईं रे थारी डाळी, रूसगी ओ वीरा
कईं लागी जमे म्हायं देर, ओ मेंणादे रा लाला
कईं थाने भगतां लीना घेर, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो कलजुग रा अवतार
अरे कईं थारी डाळी बाई, रूस गया ओ वीरा
कईं लागी जमे म्हायं देर, ओ मेंणादे रा लाला
कईं थाने भगतां लिया घेर, ओ सुगणा रा वीरा
थे हो कलजुग रा अवतार
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