Monday, July 13, 2009

सुगणा उबी डागळिए

सुगणा उबी डागळिए नैणो में ढलक्यो नीर ...(२)
लेवण आवो वीरा रामदेव थे हो जग में पीर ... (२)

सुगणा उबी डागळिए नैणो में ढलक्यो नीर ...(२)
लेवण आवो वीरा रामदेव थे हो जग में पीर ... (२)

आवण जावण केह गया वीरा आई रे सावणिये री तीज ... (२)
दर्शन प्यासी सुगणा बाई होवे है अधीर ... (२)

सुगणा उबी डागळिए नैणो में ढलक्यो नीर ...(२)
लेवण आवो वीरा रामदेव थे हो जग में पीर ... (२)

बारे बरष सुं पिवर जावण री लाग रही उदिग .... (२)
अजमल जी रा कुंवरा थारे नैणा बरषे नीर ... (२)

सुगणा उबी डागळिए नैणो में ढलक्यो नीर ...(२)
लेवण आवो वीरा रामदेव थे हो जग में पीर ... (२)

राखडी पूनम री ओ वीरा जग में अम्मर रीत ... (२)
रीत निभाणी पडशी वीरा आय बंधावो धीर ... (२)

सुगणा उबी डागळिए नैणो में ढलक्यो नीर ...(२)
लेवण आवो वीरा रामदेव थे हो जग में पीर ... (२)

आया रुनिचे सुगणा बाई, लाया है रामदेव वीर ... (२)
जुग जुग जीवो वीरा रामदेव, बेन देवे आशीष ... (२)

सुगणा उबी डागळिए नैणो में ढलक्यो नीर ...(२)
लेवण आवो वीरा रामदेव थे हो जग में पीर ... (२)

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