Wednesday, July 8, 2009

में थाने सिवरूं गजानंद देवा

विघ्न हरण, मंगल करण, गणनायक गणराज |
रिद्धि सिद्धि सहित पधारजो, म्हारा पूरण करजो काज ||

में थाने सिवरूं गजानंद देवा
में थाने सिवरूं गणपति देवा
वचनों रा पालनहारा जी हो
सरस्वती माँय शारदा ने सिवरूं
ह्रदय करोनी उजियारा जी हो
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने

में थाने सिवरूं गजानंद देवा
में थाने सिवरूं गणपति देवा
वचनों रा पालनहारा जी हो
सरस्वती माँय शारदा ने सिवरूं
ह्रदय करोनी उजियारा जी हो
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने

जरणी नी जायो, उधर नहीं आयो
जरणी नीजायो, उधर नहीं आयो
गँवरा रो पूत केहवायो जी हो
गँवरा रो पूत केहवायो जी हो
में थाने सिवरूं गजानंद देवा
वचनों रा पालनहारा जी हो
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने

हाथ पसारूँ हीरो हाथ नहीं आवे
हाथ पसारूँ हीरो हाथ नहीं आवे
मुठियाँ में नहीं रे समावे जी हो
मुठियाँ में नहीं रे समावे जी हो
में थाने सिवरूं गजानंद देवा
वचनों रा पालनहारा जी हो
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने

पाणी सुं पतळो, पवन सुं जीणों
पाणी सुं पतळो, पवन सुं जीणों
शोभा वरणी ना जावे जी हो
शोभा वरणी ना जावे जी हो
सरस्वती माँय शारदा ने सिवरूं
ह्रदय करोनी उजियारा जी हो
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने

बोल्या गोरान्थी जेथी मछेन्दर रा चेला
बोल्या गोरान्थी जेथी मछेन्दरजी रा चेला
पथ बाने वाळी राखो जी हो
पथ बाने वाळी राखो जी हो
में थाने सिवरूं गजानंद देवा
वचनों रा पालनहारा जी हो
सरस्वती माँय शारदा ने सिवरूं
ह्रदय करोनी उजियारा जी हो
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने
नीन्दिया निवारूँ भोळानाथ ने ... (2)

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