घोडी करे है आकाजी जाका जोन चडे केसरिये रा काका ... (२)
तेल चडे ने बनडी जोवे है वाटा, लाडला थे चडो रे सवाया ... (२)
घोडी करे है ईराजी जीरा जोन चडे केसरिये रा वीरा ... (२)
तेल चडे ने बनडी जोवे है वाटा, लाडला थे चडो रे सवाया ... (२)
Tuesday, July 14, 2009
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5 comments:
यह हिंदी में नहीं है, और नाहीं लेख है | यह राजस्थानी लोक गीत या विवाह गीत है |
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…मेरे ब्लोग पर आपका स्वागत है।आपके भाव दिल में उतर गए। बहुत अच्छा लिखा है बधाई।
हिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |
sabhi jinhone mujse pahle comment likhe hai sabko ye batana chahta hu ye hindi nahi Rajasthani bhasa ke geet hai. karipya karke ishe hindi na kahe.
@Gopal ji Rajpurohit
mhe aah tharo bolg dekhyo sa. bolg dekhya padcge ji-soro hugyo. thane ghana-ghana lakhvad, tharo email address ne kaanavati (Mobile) no. deo sa,
Arun Taparia
tapariaak@gmail.com
MoB: 09026473732
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