Wednesday, July 22, 2009

म्हारी हथेळ्या रे बीच छाळा पड़ गया म्हारा मारुजी

म्हारी हथेळ्या रे बीच छाळा पड़ गया म्हारा मारुजी
पड़ गया म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली
म्हारी हथेळ्या रे बीच छाळा पड़ गया म्हारा मारुजी
पड़ गया म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली

ए ए ए ए डेरा रो काट्यो ने, खेताँ रो काट्यो
डेरा रो काट्यो ने, खेताँ रो काट्यो, माँसू बाळा रा
माँसू बाळा रा काट्यो नहीं जावे म्हारा मारुजी
जावे म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली

ए ए ए ए रखडी तो म्हारे पिहरिये सूं ल्याई
रखडी तो म्हारे पिहरिये सूं ल्याई, म्हाने झुठणिया री
म्हाने झुठणिया री गहरी मन में, आवे म्हारा मारुजी
आवे म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली

ए ए ए ए राबडी तो म्हारे पिहरिये में खाई
राबडी तो म्हारे पिहरिये में खाई, म्हाने खीर खांड री
म्हाने खीर खांड री गहरी मन में, आवे म्हारा मारुजी
आवे म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली

ए ए ए ए पीहर में म्हारो मन नहीं लागे
पीहर में म्हारो मन नहीं लागे, म्हाने पिहरिये री
म्हाने पिहरिये री गहरी मन में, आवे म्हारा मारुजी
आवे म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली

ओ म्हारी हथेळ्या रे बीच छाळा पड़ गया म्हारा मारुजी
पड़ गया म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली
ओ म्हारी हथेळ्या रे बीच छाळा पड़ गया म्हारा मारुजी
पड़ गया म्हारा मारुजी, मैं पालो कईयाँ काटुली

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