Wednesday, July 15, 2009

रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो .... (२)
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

तुंवर वंश रा रजा अजमल पिचम धरा में आवे जी ... (२)
राणी मेनांदे रे साथे, कृष्ण नाम गुण गावे जी ... (२)
अरे पुत्र रतन नहीं पायो जी , नहीं पायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

वन में अजमल घुमण एक दिन, पीळे बादळ जावे जी ... (२)
लोग हळोतो करवा जाता, सामे वे मिळ जावे जी ... (२)
अरे हळिये ने पाछो वे घुमयो जी, ओ घुमयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अजमल जी लोगाँ ने पूछे, पाछा थे क्यूँ जावो जी ... (२)
म्हाने देख्या पाछा गिरिया, साची बात बतावो जी ... (२)
अरे मुंडो क्यूँ थारो मुरझायो जी, मुरझायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अरे लोग कहें अजमल जी सुण लो, पुत्रहीन हो आप जी ... (२)
अरे थारो मुन्ड्यो देख्या म्हाने भान नी आवे हाथ जी ... (२)
अरे खोटा है सुगन है बतायो जी , हो बतायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

दुखी होय ने अजमल जी तो पाछा घर में आवे जी ... (२)
राणी मेनांदे ने सारी, बिती बात बतावे जी ... (२)
अरे मन में विचार एक आयो जी, हो आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अरे सांवरिया रा दर्शन करवा, नगर द्वारिका जाउँला ... (२)
अरे कृपा करशी संवारियो तो पुत्र रतन धन पाउँला ... (२)
ओ चूरमे रो लाडुलो बँधायो जी, हो बँधायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

मन में आशा लेकर अजमल नगर द्वारिका आवे जी ... (२)
पगरखा पहर्या ही वे तो नीज मिन्दर में जावे जी
पगार पहर्या ही ज मिन्दर में दर्शन करवा जावे जी
पुजारी ओळबो सुणायो जी, ओ सुणायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अरे पुजारी री बातां सुण कर, क्रोध करे हद बारे जी ... (२)
अरे मूरत रे माथा पर लाडू, एक उठाकर मारे जी ... (२)
अरे पुजारी तब घबरायो जी. ओ घबरायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

पुजारी जी मिन्दर रे बारे, दौडे बचाकर जान जी ... (२)
अरे लारे दौडे पूछे अजमल, कठे द्वारिका रो नाथ जी ... (२)
अरे समुन्दर में वास बतायो जी, ओ बतायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

पुजारी री बात मान कर, सागर तट पर आया जी ... (२)
कूद पड्या सागर में अजमल, जल में आप समाया जी ... (२)
अरे समुन्दर मार्ग दिखायो जी, ओ दिखायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

शेष नाग सैंयाँ पर, सुता द्वारिकानाथ जी ... (२)
हाथ जोड़कर अजमल बोल्या, जय जय हो जगदीश जी ... (२)
चोखा करमा सुं दर्शन पायो जी, ओ पायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अरे सांवरिया रे सिर पर पट्टी जद बांध्योडी देखि जी ... (२)
अचरज कीनो अजमलजी तब मन री शंका पूछी जी ... (२)
ए संवारिये भेद बतायो जी, ओ बतायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

भादरवा री बिज चाँदनी, पुत्र रूप में आवुं ला ... (२)
बडो विरमदेव भाई होशी, रामदेव कहलावुं ला ... (२)
द्वारिकाधीश यूँ सुनायो जी, ओ सुनायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

भादरवा री बिज चाँदनी, कुं कुं पगल्या मांड्या जी ... (२)
प्रगट रूप पालणिए आया, सोणन थाळ बाज्या जी ... (२)
पाणी रो दूद बणायो जी, ओ बणायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

गेंद खेलता रामदेवजी, लीला एक रचाई जी ... (२)
होटो दिनों एक जोर को, गेंद गयी वन माई जी ... (२)
अरे, घोडलियो लारे ले धोडायो जी, ओ धोडायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

बाळिनाथजी वाळी कुटिया, साँज पड्या ने आया जी ... (२)
बाळिनाथ रो चेलो में तो, गाँव वंश बतलाया जी ... (२)
सतगुरु ने शीश नमायो जी, ओ नमायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

मानुष वाळी गंध सुन्घतो, भैरव रागस आयो जी ... (२)
बाळिनाथजी रामदेव ने, गुदडी में छुपायो जी ... (२)
अरे, भैरव मानुष नहीं पायो जी, ओ नहीं पायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

भैरव पाछो जावण लागो, गुदडी नाथ हिलावे जी ... (२)
पाछो गिरने भैरव रागस, गुदडी खेंचन लागे जी ... (२)
अरे गुदडी रो पार नहीं पायो जी, ओ नहीं पायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

लीला जाणी रामदेवजी री, भैरव बारे आवे जी ... (२)
अरे छोड़ गुदडी रामदेवजी, सतगुरु सामे आवे जी ... (२)
सतगुरु ने रूप दिखायो जी, ओ दिखायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

भाग्या भाखर बाळिनाथ सुं, भैरव मारण जावे जी ... (२)
लिले रे आसवार रामदेव, भालो हाथ घुमावे जी ... (२)
अरे भेरू ने पताळा में दबायो जी, ओ दबायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

चोथो परचो गाँव रुनिचे, सारथियेने ने दिदो जी ... (२)
अरे माटी माते हाथ फेरियों, हेलो ज्याने दिदो जी ... (२)
अरे साथिडे ने दिवोत करायो जी, हो करायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अरे लख बिणजारो बालद लेने, गाँव रुनिचे आयो जी ... (२)
रामदेव पुछ्यो तो, मिसरी रो लुण बतायो जी ... (२)
अरे मिसरी रो लुण बन्यो जी, ओ बणायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

पांच पीर मक्का सुं देख, परखण काईं आया जी ... (२)
अरे कटोरा तो भोजन वाळा, लारे भूल आया जी ... (२)
अरे पीरों ने परचो दिखायो जी, हो दिखायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

बेन लाडकी रामदेव री, पूंगळगढ़ परणाइ जी ... (२)
पूंगळ रा पडिहार सतावे, तडपे सुगणा बाई जी ... (२)
अरे दिए ने हेलो यूँ सुनायो जी, ओ सुनायो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
ओ मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अमरकोट दलजी सोढा घर, नेतल दे अवतारी जी ... (२)
रामदेव संग हुई सगाई, हरखी नगरी सारी जी ... (२)
रत्ने ने रामदेव बुलायो जी, ओ बुलायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

सुगणा ने लेवन री खातर, रत्नो पूंगळ जावे जी ... (२)
अरे गर्वीला परिहार घमंड में, ज्याँ रो मान घटावे जी ... (२)
अरे रत्ने ने कैद करायो जी, ओ करायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

सुगणा रो दुःख जाण बापजी, पूंगळगढ़ में आवे जी ... ()
अरे सेना बणकर चमत्कार सुं, रण रो शंख बजावे जी ... ()
अरे रत्ने ने कैद सुं छुडायो जी, छुडायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

पडिहारा रो गर्व तोड्यो, रण में आप हराया जी ... (२)
अरे सुगणा बाई ने साथे लेकर गाँव रुनिचे आया जी ... (२)
सुगणा रो दुखडो मिटायो जी, ओ मिटायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

रामदेव जी रो ब्याव मन्ड्यो है, जोशी लगन लिखयो जी ... (२)
गाँव रुनिचे बत्ती बंधायाँ, रंग ख़ुशी रो छायो जी
अरे सखिया मंगळ गायो जी, ओ मंगळ गयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

लगन मंडप में रामदेव जी चमत्कार दिखलावे जी ... (२)
पगा पांगळी नेतलदे ने हाथ पकड़ने चलावे जी ... (२)
अरे नेतल रो लकवो मिटायो जी, ओ मिटायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

कँवर कलेवो करवा भीतर रामदेव जी जावे जी ... (२)
अरे मरियोडी मिन्नी थाळी में सासुजी भिजवावे जी ... (२)
अरे सासू ने परचो दिखायो जी, ओ दिखायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
हो ओ हो रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

ब्याह होयो जिन रात नाथ रो बीती अबकी बात जी ... (२)
अरे अमरकोट में बात जाण ली, आप द्वारिका रा नाथ जी ... (२)
अरे भाणो तो स्वर्ग सिधायो जी, ओ सिधायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
हो ओ हो रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

नेतल रे संग रामदेवजी, गाँव रुनिचे आवे जी ... (२)
वीरो बधाँवण लान्छ्याँ आवे, सुगणा बाई नहीं आवे जी ... (२)
सुगणा ने बारणे बुलावो जी, ओ बुलावो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

सुगणा बाई आई बधाँवण, नैणा नीर नही मावे जी ... (२)
अरे रामदेव जी बिना बँधाया, सीधा भीतर जावे जी ... (२)
अरे सुगणा रो लाल जिरायोजी, हो जिरायोजी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

गायाँ रा बाछडियाँ डाळी, काँकड़ माय चरावे जी ... (२)
बाज रह्या एक डकिया बाजा, कुण तो ढोल गुरावें जी ... (२)
अरे डाळी ने अचंभो आयो जी , हो आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

मार्ग बैठा एक मिनख ने पूछे डाळी बाई जी ... (२)
गाँव रुनिचे बाजा बाजे, उत्सव मन्ड्यो काईं जी ... (२)
अरे भेद बताउडो बतायो जी , ओ बतायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अजमल जी रो लाल सिधावे, जीवत लेय समाधी जी ... (२)
गौंव सरोवर पाळ खिणावे, उबा आप समाधी जी ... (२)
अरे शोक नगर में छायो जी, ओ छायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

वाछडिया ने छोडे एकली, डाळी गाँव में आवे जी ... (२)
अरे रामदेव बाबा रे चरणे, सादर शिष नमावे जी ... (२)
अरे डाळी बाई वचन सुनावे जी, ओ सुनावे जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

आप खुदावो धरती दाता, आ जगा है म्हारी जी ... (२)
जीवत आज समाधी लेशुं, डाळी दासी थारी जी ... (२)
अरे सांचो सन्धान बतायो जी, हो बतायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

संवत चौदासो बैयाँळिस, भलो भादवो मास जी ... (२)
दशम चाँदनी लीनी समाधी, केवे ओ इतिहास जी ... (२)
अरे डाळी परमपद पायो जी, ओ पायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

अगियारस ने रामदेव जी, सरवर पाळ आया जी ... (२)
अरे लोग-बाग़ सब शोक मानावे, हाथ जोड़ समझाया जी ... (२)
अरे जन-उपदेश सुनायो जी, ओ सुनायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

मैं तो चाल्या म्हारे गाँव, थां सगळाने राम राम ... (२)
जग में किजो चोखा काम, अम्मर रेहला थोरा नाम ... (२)
हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ

भादव सूद इगियारस रे दिन सवटी सारी माया जी ... (२)
हसता हसता रामदेव जी, धरती माँय समाया जी ... (२)
अरे जयकारो लोग लगायो जी, लोग लगायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

पिचम धरा रा धणी आपने, वंदन वारंवार जी ... (२)
अरे किन विद करूँ वखान आपरो, महिमा अपरम्पार जी ... (२)
अरे दास अशोक जश गावे जी, जश गायो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो
अरे भादरवो महीनो भले आयो जी, भले आयो जी
अरे मेळो रामदेव जी रो आयो,
रामा धणिया रो मिन्दर म्हारे मन भायो

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